गिफ्ट व उपहार के चक्कर में मॉल शाप पर ग्राहकों का हो रहा रूझान
रंग, अबीर-गुलाल, नमकीन की दुकानें सज कर तैयार
बलिया। होली व ईद के मद्देनजर नगर से लेकर ग्रामीणांचलों के बाजारों में स्थित कपड़ा, जूता-चप्पल व सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ जुटने लगी है। नगर में बड़े-बड़े माल शाप खुल जाने से छोटे-मोटे दुकानदारों पर काफी असर दिख रहा है। कारण कि माल शाप संचालक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए 25 से 50 फीसदी तक छूट के साथ निश्चित उपहार तक देने की घोषणा कर रखे है। जिससे ग्राहकों का रूझान छोटे दुकानदारों के बजाय माल शाप की ओर हो रहा है। आनलाइन खरीदारी को लेकर कपड़ा व्यापारियों ने कहा कि कपड़ा व्यवसाय पर इसका कोई खास असर नहीं है। आनलाइन खरीदारी में ग्राहक केवल एक बार ठगा रहे है, उसके बाद ग्राहक दोबारा आनलाइन खरीदारी नहीं कर रहे है। इस दौरान नगर में माल शाप के संचालित होने एवं आफर देने के कारण छोटे कपड़ा व्यवसाइयों पर असर जरूर पड़ा है।
जैसे-जैसे होली व ईद का त्योहार नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग होली की तैयारी करना शुरू कर दिया है। इस दौरान कपड़ा, जूता-चप्पल, सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगना शुरू हो गया है। उधर, बड़े-बड़े मॉल शाप संचालक ग्राहकों को लुभाने के लिए निश्चित उपहार, गिफ्ट बाउचर आदि का प्रचार-प्रसार कर रहे है। वहीं किराने की दुकानों पर रंग-बिरंगे नमकीन जैसे साबुनदाना के पापड़ एवं नमकीन, आलू के पापड़, चिप्स, नमकीन की सज गए है, जहां लोगों ने रेडिमेड नमकीनों की खरीदारी की। उधर, कपड़ा की दुकानों पर सबसे अधिक डिमांड छुई-मुई, जिम्मी छू, सिफ़ान, डोला सिल्क, सिकवेंस की डिजाइनर, औरगंजा सिल्क, खड्डिग सिल्क साड़ी की मांग हो रही है। इसके अलावा गरारा, सरारा, पेपलान, स्टेट सूट, कैंप टाप, ग्राउन, जींस व टाप की डिमांड हो रही है।
व्यापारी की प्रतिक्रिया
- होली त्योहार पर अब बाजारों में रौनक आ गई है। होली पर डिमांड डोला सिल्क, सिकवेंस की डिजाइनर, औरगंजा सिल्क, खड्डिग सिल्क साड़ी तथा गरारा, सरारा, पेपलान, स्टेट सूट, कैंप टाप, ग्राउन, जींस व टाप की बिक्री अच्छी हो रही है। जबकि शूट में क्रेप टाप, कैपलान, प्लाजो शूट, सरारा-गरारा आदि की डिमांड सबसे अधिक हो रही है। आनलाइन खरीदारी तथा मॉल शाप द्वारा आफर व निश्चित उपहार के कारण ग्राहकों का रूझान छोटे दुकानों के बजाय मॉल शाप की ओर हो रहा है। हालाकि इसका असर बड़े दुकानदारों पर नहीं है, लेकिन छोटे दुकानदारों पर काफी पड़
रहा है।
– रामकुमार मुन्ना, कपड़ा व रेडिमेड व्यापारी
- होली व ईद त्योहार को लेकर नजदीक आ गया है। लेकिन जिस प्रकार से ग्राहकों की भीड़ होनी चाहिए वह नहीं हो रही है। इसका मुख्य कारण ऑनलाइन खरीदारी व एमएसएमई लागू करना है। इससे व्यापारियों की कमर टूट गई है।
मंजय सिंह, कपड़ा व्यवसायी
- होली व ईद पर्व पर ग्राहकों की भीड़ जूता-चप्पल की दुकानों पर पहुंचना शुरू हो गया है। इस दौरान युवा वर्ग सैंडिल, चमड़ा एवं स्पोर्टस की जूता की डिमांड कर रहे है।