रंगारंग कार्यक्रम के साथ सम्पन्न हुआ ढिबरी कजरी उत्सव
कलाकारों ने एक से बढ़कर एक गीत किया प्रस्तुत
विलुप्त हो रही विधाओं को जगाने का काम कर रही ढिबरी फाउंडेशन
बलिया। विलुप्त होती संस्कृति, संस्कारों और सभ्यताओं के संरक्षण के लिए प्रयत्नशील संस्था ढ़िबरी फाउंडेशन के तत्वावधान में ढ़िबरी कजरी उत्सव 2024 रविवार को टाउन डिग्री कॉलेज बलिया के मनोरंजन हॉल में रंगारंग कार्यक्रम के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत आचार्य सागर पंडित गुरुजी एवं ज्ञान प्रकाश पांडेय सहित विद्वत जन के मंत्रोच्चार के साथ हुआ। इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त ने ढ़िबरी जलाकर विधिवत उद्घाटन किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत भोजपुरी के दिग्गज गायक विष्णु ओझा ने बजवइतीं बारहो बजना गीत सुनाकर माहौल भक्तिमय बना दिया। इसके बाद शास्त्रीय गायक और शिक्षक राजकुमार मिश्र ने मिर्जापुरी कजरी और बनारस की कजरी सुनाकर दर्शकों को कजरी रस में डुबाया। इनके बाद बाल कलाकार राय वैष्णवी ने अपनी प्रस्तुति रखी। भोजपुरी रत्न मुन्ना सिंह ने कजरी गीतों के साथ ही अपने प्रसिद्ध गीत नथुनिये पे गोली मारे सुनाया तो मनोरंजन हॉल दर्शकों के तालियों से गूंज उठा।
ततपश्चात काव्या कृष्णमूर्ति, सुनीता पाठक, सत्यम ठाकुर, बाल कलाकार आशनी मिश्रा ने कजरी गीतों की झड़ी लगा दी। व्यास सुरेंद्र सिंह ने अपने गीत पिया का देब हमके मुह देखाई से श्रोताओं में अलग रंग भर दिया। व्यास कमलेश देहाती के मंनोरंजक गीतों को सुन लोग झूमते दिखे। अंजनी उपाध्याय ने अब त छूटल कॉलेज के पढ़ईया गाया तो युवा वर्ग झूमने लगे। वहीं बेटी दिवस पर बेटी के मार्मिक गीत से सबको भावुक कर दिया। वादन के साथ संगत गोलू सिंह की टीम ने किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथियों में अजीत मिश्रा, प्रमुख बेलहरी शशांक शेखर तिवारी, प्रमुख मुरलीछपरा कन्हैया सिंह , श्याम सुंदर उपाध्याय , संजय पांडेय, भोजपुरी के सिपाही नंद कुमार तिवारी, बबलू मिश्र, रामबहादुर राय सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। संचालन करूणा निधि तिवारी और चंदन अखिलेश पांडेय ने किया। आभार ढ़िबरी फाउंडेशन के अध्यक्ष अमित मिश्र के साथ सभी सदस्यों ने संयुक्त रूप से किया।