
दरवाजे से लापता बालक का नहीं मिला सुराग, एनडीआरएफ छानबीन में जुटी

बलिया। मनियर थाना क्षेत्र के नवका गांव में दो वर्षीय बच्चे के घाघरा नदी में जाने की आशंका पर शनिवार की शाम वाराणसी से पहुंचे 11 एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर प्रवीण उपाध्याय की 35 सदस्यों की टीम द्वारा करीब पांच घंटे अथक प्रयास के बाद भी सरयू नदी से बालक का पता नहीं चल सका। चार बहनों में एकलौते भाई की खोजबीन के बाद भी नहीं पता चलने पर परिजनों पर पहाड़ टूट गया है। बालक का पता रविवार तक नहीं चल सका।




बताया जाता है कि नवका गांव निवासी राजमंगल बिन्द का दो वर्षीय पुत्र निषात बिन्द शुक्रवार की सुबह 7:30 बजे अपने दरवाजे पर खेल रहा था। जहां दरवाजे से अचानक गायब हो गया। घर की महिलाएं जब बाहर निकली तो बच्चों को दरवाजे पर नहीं पाया। जिसकी खोजबीन करने लगी। लेकिन शाम तक उसका पता नहीं चल सका। इसकी सूचना मनियर पुलिस को दी गई। आशंका जताई जा रही है कि दरवाजे से करीब 50 मीटर की दूरी पर घाघरा नदी बह रही है। कही बालक खेलते-खेलते नदी के किनारे पर गया होगा पैर फिसलने से गहरे पानी में चला गया होगा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शनिवार को एनडीआरएफ टीम को बुलाकर खोजबीन करा रही है। बच्चे के गायब होने व न मिलने पर माता रिंकू देवी का रोते-रोते बुरा हाल है।