
स्टांप वेंडर और दस्तावेज लेखकों का धरना शुरू, रोजगार छीनने का सता रहा डर
बलिया। कलेक्ट्रेट स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में फ्रंट ऑफिस खोलने के प्रस्ताव का विरोध करते हुए शनिवार की दोपहर एक बजे स्टांप वेंडर और दस्तावेज लेखक उप निबंधक कार्यालय प्रांगण में धरना शुरू कर दिया। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि रजिस्ट्री कार्यालय का निजीकरण होने से उनका रोजगार खतरे में पड़ जाएगा। उनके अनुसार पहले ही 85 प्रतिशत स्टांप वेंडर बेरोजगार हो चुके हैं।

फ्रंट ऑफिस खुलने से लाखों परिवारों की आजीविका प्रभावित होगी। उधर इस संबंध उप निबंधक दिनेश से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मसला शासन स्तर का है, हम सिर्फ इनकी मांगों को उपर तक पहुंचाएंगे। बाकी निर्णय लेना शासन के हाथ में है।प्रदर्शनकारियों ने कल जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। उन्हें एडवोकेट संघ का भी समर्थन मिल गया है। स्टांप वेंडर और दस्तावेज लेखकों ने सरकार से फ्रंट ऑफिस में उनकी भूमिका स्पष्ट करने की मांग की है। इसके साथ ही राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने सरकार से फ्रंट ऑफिस खोलने का प्रस्ताव वापस लेने की मांग की है।
………………………………….
पॉक्सो एक्ट के मामले में आरोपी को मिली 12 वर्ष की सजा
बलिया। अपहरण व पॉक्सो एक्ट के मामले में सुनवाई करते हुए सिविल कोर्ट के विशेष सत्र न्यायाधीश की अदालत ने शनिवार की दोपहर एक बजे दोषी को 12 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई। इसके साथ ही 20 हजार रूपए के अर्थदंड से दंडित किया। दोषी का नाम सन्तोष यादव पुत्र राम इकबाल यादव निवासी कुरेजी थाना गड़वार है। दोषी के खिलाफ वर्ष 2020 में गड़वार थाने में मुकदमा पंजीकृत हुआ था। पुलिस द्वारा न्यायालय में चार्जशीट प्रस्तुत करने के बाद साक्ष्यों के न्यायिक परिसीलन के उपरांत दोषी को 12 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई। इसके साथ ही 20 हजार रूपए के अर्थदंड से दंडित किया गया।