
मार्च तक पूरा हो सकता है 12 मीटर चौड़े फुटब्रिज का निर्माण
ओवरब्रिज के निर्माण होने से यात्रियों को मिलेगी सहूलियत
बलिया। रेलवे स्टेशन के दोनों परिसर व प्लेटफाॅर्म को जोड़ने वाले 12 मीटर चौड़े फुटब्रिज के निर्माण में तेजी आई है। दोनों परिसर व प्लेटफाॅर्म संख्या दो व तीन के बीच सीमेंट का प्लेटफाॅर्म व बीम तैयार हो चुका है। अब लोहे का पिलर खड़ा करने का काम चल रहा है। इसके बाद गर्डर चढ़ाने का काम होगा। मार्च तक काम पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। इससे यात्रियों को सहूलियत मिलेगी।
बता दे कि रेलवे स्टेशन के कारण शहर दो हिस्से में बंटा है। स्टेशन के दक्षिण हिस्से में मुख्य बाजार और उत्तरी क्षेत्र सिविल लाइन में सभी सरकारी कार्यालय व दो बड़े काॅलेज हैं। प्रतिदिन तीन से चार हजार लोग पुराने फुटब्रिज से पैदल एक तरफ से दूसरी तरफ आते जाते थे। छपरा- वाराणसी के बीच बलिया रेलवे स्टेशन पर वर्ष 1883 में लंदन की कंपनी बीएंड एनडब्लूआर वेस्टवुड बेली एंड कंपनी इंजीनियर्स एंड कंस्ट्रक्शन ने पहला रेल ओवरब्रिज प्लेटफाॅर्म एक पर बनाया था। बाद में इसे दो नंबर से जोड़ा गया। कुछ वर्षों बाद ब्रिटिश हुकूमत के दौरान ही कर्मचारियों व यात्रियों को सर्कुलेटिंग एरिया में आने के लिए दूसरा फुटब्रिज बनाया गया जो किसी प्लेटफॉर्म से कनेक्ट न कर सर्कुलेटिंग एरिया से उत्तरी परिसर (महुआ मोड़) से जुड़ा था। दोहरीकरण और विद्युतीकरण के दौरान प्लेटफाॅर्म संख्या चार के निर्माण के दौरान दूसरे पुल को तोड़ दिया गया। यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए वाराणसी की तर्ज पर तीन करोड़ रुपये में बनने वाले 12 मीटर चौड़े फुटब्रिज के निर्माण की नींव पड़ी। जिसे मार्च तक पूर्ण करने की कवायद चल रही है।