
CMO बलिया के विरुद्ध उनके कार्यालय पर तीन जुलाई को धरना देंगे जिले के विभिन्न संगठन
नियम विरुद्ध स्थानांतरण व शोषण के विरुद्ध लामबंद हुए स्वास्थ्य व अन्य संगठन
बलिया। मुख्य चिकित्साधिकारी बलिया द्वारा नियम विरूद्ध किए गए स्थानान्तरण एवं एैच्छिक आधार पर कुछ स्थानान्तरण निरस्त किए जाने से क्षुब्द्ध होकर तीन जुलाई को समस्त स्थानान्तरण को निरस्त करने एवं शोषण रोकने के लिए सीएमओ कार्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया गया है। जिसका स्वास्थ्य विभाग के अन्य सहयोगी संगठनों ने अपने समर्थन पत्र मुख्य चिकित्साधिकारी, बलिया को प्रेषित किया गया। स्वास्थ्य विभाग का समर्थन करने वाले सहयोगी संगठनों में उप्र बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन, बलिया, उप्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ, बलिया, उप्र चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ, बलिया, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संघर्ष समिति, राज्य कुष्ठ चिकित्सा कर्मचारी संघ, बलिया प्रमुख है। इसके पूर्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी अपना समर्थन दिया है। जिससे सम्बद्ध संगठनों का समर्थन स्वयं हो गया है। बता दे कि यह प्रकरण करीब दो माह से चल रहा है एवं संगठन द्वारा कई बार मुख्य चिकित्साधिकारी, बलिया से लिखित एवं मौखिक निवेदन किया जाता रहा है। बावजूद मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा प्रकरण में स्वेच्छाचारिता, उपेक्षात्मक एवं मनमानी रवैया अपनाकर स्थानान्तरित स्वास्थ्यकर्मियों का आर्थिक शोषण तथा संगठनों के विरूद्ध कार्यालय में टिप्पणी की जा रही है कि “आगरा में तैनाती के समय मैंने बहुत ऐसे संगठन देखे हैं“। ज्ञात हो कि मुख्य चिकित्साधिकारी की सेवा का मात्र छह माह ही शेष बचा है। इसलिए उनका यह कृत्य अभी और बढ़ेगा। सीएमओ सरकार की छवि धूमिल कर रहे है। इसको लेकर कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। धरना को सफल बनाने के लिए मातृ शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ उप्र की संयोजक सुनीता सिंह ने अनुरोध किया गया है।