
जल्द जारी नहीं हुआ प्रमाण पत्र तो सामूहिक शुरू होगा आमरण अनशन: मनोज शाह
गोंड समाज के लोगों ने जिला अधिकारी पर लगाया लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप
बलिया। कलेक्ट्रेट मॉडल तहसील पर गोंडवाना नेताओं की बैठक बुधवार की दोपहर एक बजे हुई। बैठक में शासनादेश के अनुपालन में गोंड जाति प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए आंदोलन की अगली रणनीति तय की गई। आगसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह ने ऐलान करते हुए कहा कि यदि तत्काल गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाना प्रारम्भ नहीं किया जाता है तो आंदोलन के अगले क्रम में विशाल प्रदर्शन सामूहिक आमरण अनशन प्रारम्भ कर दिया जायेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी तहसील व जिला प्रशासन की होगी।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि विगत 1 जुलाई 2025 को धरना प्रदर्शन के 156 वें दिन देरशाम जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने सिटी मिजिस्ट्रेट को धरना स्थल पर भेज कर आंदोलनकारियो को अपने कक्ष में बुलवाए तथा वार्ता के दौरान कहा कि शासनादेश के क्रम में गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा तथा धरना प्रदर्शन को समाप्त कर देने की बात कही। तत्पश्चात जिलाधिकारी के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी भारी पुलिस बल के साथ धरना स्थल पर पहुंचकर जबरन टेंट, मंच हटवाने का काम किये। इस दौरान ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आगसा )के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि 156 दिन से लगातार धरना प्रदर्शन तथा क्रमिक अनशन जारी रहा। बावजूद राष्ट्रपतीय राजपत्र शासनादेश के अनुपालन में गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत करने के बजाय जिला प्रशासन द्वारा पुलिस प्रशासन के बलपर जबरन धरना को हटवा कर संवैधानिक लोकतांत्रिक आंदोलन का गला घोटने का काम किया है। बताया कि यदि तत्काल गोंड अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र जारी करना प्रारंभ नहीं किया गया तो होगा विशाल प्रदर्शन सामूहिक आमरण अनशन होगा।