
खड़गे के टिप्पणी पर बलिया में उबाल, फूंका पुतला
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने पूर्व पीएम चंद्रशेखर पर किया अभद्र टिप्पणी
सभापति से खड़गे को सदन से बर्खास्त करने की मांग
बलिया। देश के पूर्व प्रधानमंत्री व युवा तुर्क कहे जाने वाले चंद्रशेखर के व्यक्तित्व के बारे में टिप्पणी करना सूरज पर थूकने के समान है। देश के सर्वोच्च सदन राज्यसभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं बलिया की माटी के लाल चंद्रशेखर पर की गई अभद्र टिप्पणी पर बलिया में मंगलवार को जबरदस्त आक्रोश रहा। जिसके विरोध में प्रदर्शन करते हुए खड़गे को जूता चप्पल की माला पहना कर जुलूस निकाला गया। इसके बाद टीडी कॉलेज चौराहे पर खड़गे का पुतला दहन किया गया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि चंद्रशेखर बलिया की बागी धरती के लाल थे जो अपनी योग्यता और संघर्षों के बल पर देश के प्रधानमंत्री के पद को सुशोभित किया। देश की लोकसभा ने उनका सर्वोच्च सांसद के सम्मान से सम्मानित किया। पक्ष और विपक्ष की राजनीति करने वाले लोग जब चंद्रशेखर की किसी बात पर सदन में बोलते थे तो बिल्कुल शांत होकर उनकी बात को सुनते थे। ऐसे महान व्यक्तित्व के बारे में अशोभनीय एवं अमर्यादित तरीके से अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करके मल्लिकार्जुन खड़गे ने असभ्य अपराध किया है। जिसके लिए उन्हें देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। वक्ताओं ने राज्यसभा के सभापति से मांग किया कि ऐसे असभ्य और मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति को देश के सर्वोच्च सदन में बैठने का अधिकार नहीं है और उसे तुरंत राज्यसभा से बर्खास्त कर देना चाहिए।
कहा कि आज का प्रदर्शन सांकेतिक है और अगर हमारी मांगों को तुरंत नहीं माना गया तो यह आंदोलन उग्र रूप ले सकता है। इस मौके पर अमिताभ उपाध्याय, हेमंत पाठक, सुरजीत सिंह परमार,अरुण सिंह, राघव सिंह, मानवेंद्र विक्रम सिंह, संतोष पांडेय, उपेंद्र सिंह, अविनाश सिंह, अमित सिंह, दिनेश प्रताप सिंह, राकेश सिंह टिंकू, मकनु सिंह, कृष्ण प्रताप सिंह, ऋषिकेश पांडेय, पिंटू गोंड, अनुराग पटेल, हिमांशु सिंह, चंदन सिंह आदि मौजूद रहे।