
यातायात व सिविल पुलिस उदासीन, शहर में ई-रिक्शा चालकों का कब्जा
दीपावली त्योहार पर नगर में ई- रिक्शा चालकों के चलते लग रहा जाम
शहर में एक लाइन में नहीं दो – तीन लाइन में चल रहे ई-रिक्शा चालक
शहीद चौक में प्रशासन द्वारा ई- रिक्शा का प्रवेश है प्रतिबंधित
बलिया। धनतेरस, दीपावली व डाला छठ त्योहार सिर पर है। त्योहार के मद्देनजर सुरक्षा को लेकर नगर से लेकर ग्रामीण स्तर पर जिला प्रशासन व पुलिस महकमा द्वारा लगातार फ्लैग मार्च कर चौकसी बरती जा रही है। लेकिन यातायात व्यवस्था को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई है। यातायात व सिविल पुलिस की उदासीनता के चलते नगर में आए दिन जाम लग रहा है। यह जाम ई-रिक्शा चालकों के प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने और बेतरतिब चलने के कारण लग रहा है। गुरुवार को शहीद चौक क्षेत्र व उसके आसपास का मार्ग ई-रिक्शा चालकों व चार पहिया वाहनों के चलते जाम से कराहता नजर आया। जिसके चलते लोग कच्छप चाल से रेंगते नजर आए।
आपको बता दे कि यातायात पुलिस द्वारा शहीद चौक क्षेत्र में ई-रिक्शा चालकों का प्रवेश प्रवेश वर्जित है। यही नहीं यातायात विभाग में ई-रिक्शा चालकों का बकायदे रूट भी निर्धारित किया गया है। इसके बावजूद भी ई-रिक्शा चालक प्रतिबंधित क्षेत्र में शहीद चौक और उसके आसपास मार्ग पर जबरिया चलते नजर आ रहे है। वही ड्यूटी पर तैनात यातायात पुलिस, होमगार्ड व पीआरडी के जवान मूकदर्शक नजर आ रहे है। जबकि धनतेरस 18 व 20 अक्टूबर को दीपावली है। जिसके चलते नगर के अंदर काफी संख्या में भीड़ बढ़ने की उम्मीद है। इसके बावजूद भी यातायात पुलिस लापरवाह दिख रही है। इनके लापरवाही के चलते ई-रिक्शा चालक एक लाइन में नहीं, बल्कि दो-तीन लाइन बनाकर चलने का काम कर रहे है। अगर यातायात व सिविल पुलिस कुम्भकर्णी निंद्रा से नहीं जागा तो शहर जाम के झाम से कराहता नजर आएगा। यातायात व सिविल पुलिस को ई-रिक्शा व चार पहिया वाहनों के शहीद चौक व आसपास के मार्गो पर ले जाने पर प्रतिबंधित करे। जिससे नगर को जाम के झाम से मुक्ति दिलाई जा सके।