
तीन युवकों के मौत के मामले में एनकेसी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर से मिले पूर्व विधायक सुरेंद्र, मुवावजे के लिए एक सप्ताह का दिया अल्टीमेटम
बलिया। हल्दी थाना क्षेत्र के गायघाट डाक बंगला के समीप 28 जून को डम्पर की चपेट में आने से तीन युवकों की हुई मौत के मामले में भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने सैकड़ों लोगों के साथ मंगलवार को एनकेसी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर केके राम से मुलाकात की और एक सप्ताह के अंदर उचित मुआवजा देने की बात कही। अन्यथा की स्थिति में काम को बंद कराने के बाध्य होना पड़ेगा।


बता दे कि हल्दी थाना क्षेत्र गायघाट निवासी गोपाल राजभर (30) पुत्र भरत राजभर तथा बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के अकोल्ही निवासी रवि राजभर (30) पुत्र भुनेश्वर राजभर व अशोक राजभर (45) एक ही बाइक से 28 जून 2025 को बलिया जा रहे थे। जैसे ही हल्दी थाना के गायघाट डाकबंगला के पास पहुँचे कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे कार्यरत डंपर ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दिया था। जिसमें तीनों युवकों की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात वाहन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह सैकड़ो कार्यकर्ताओ के साथ कंपनी के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर केके राम से मुलाकात कर उचित मुआवजा देने की मांग की। विधायक ने कहा कि दर्जनों लोगों ने देखा है कि गाड़ी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे में काम करने वाली एनकेसी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड की थी। चेताया कि अगर एक सप्ताह के अंदर मुआवजा नहीं दिया गया तो मैं हजारों लोगों के दाँत कंपनी के गेट पर धरना देने और काम को पूर्णतया बंद कराने के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर ग्राम प्रधान बृजेश राजभर, मनीष सिंह, नागेन्द्र सिंह, संपूर्णानंद, संतोष पासवान,पूर्व प्रधान रविन्द्र सिंह, चंद्र भूषण पांडेय आदि रहे। इस बाबत हल्दी थानाध्यक्ष विश्वदीप सिंह ने बताया कि मुकदमे से संबंधित सभी जरुरी कार्यवाही कर दी गई है। वही एनकेसी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर केके राम ने कहा कि कंपनी की किसी भी गाड़ी से सड़क हादसा नहीं हुआ है। एनकेसी की सभी गाड़ियों में जीपीएस लगा हुआ है। पुलिस ट्रेस कर सकती है।