बुजुर्गों तथा महिलाओं को बनाते हैं निशाना
71 ATM, दो स्वाइप मशीन व ब्रेजा कार बरामद
बलिया। कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी से एटीएम कार्ड बदल कर पैसे निकलने वाले व चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफास करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से अलग-अलग बैंकों के 71 एटीएम कार्ड,दो स्वाइप मशीन,एक चिपनुमा डिवाइस,दो मोबाइल,एक तमंचा,एक चाकू,फर्जी नंबर प्लेट लगी एक ब्रेजा कार,तीन फर्जी एटीएम कार्ड तथा पांच हजार रूपये बरामद किया है।
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली संजय सिंह के नेतृत्व में उप निरीक्षक गिरिजेश सिंह की टीम क्षेत्र में भ्रमणशील थी।इसी बीच मुखबीर ने सूचना दिया कि बिहार का एक गैंग जो एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को धोखा देकर उनके पैसे निकाल लेते हैं। आज भी सफेद रंग की ब्रेजा गाड़ी से रेलवे स्टेशन के मालगोदाम के पास गाडी लेकर खड़े है। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस टीम तत्काल कार्यवाही करते हुए एकाएक उस गाड़ी के पास पहुंच गयी। अचानक पहुंचे पुलिस को देख गाडी के पास खड़े व्यक्ति हड़बडा गये और इधर उधर भागने लगे।दो व्यक्तियों को पुलिस ने पकड़ लिया। जबकि दो फरार होने में सफल हो गए। पुलिस द्वारा पूछताछ किए जाने पर पकड़े गए व्यक्तियों ने अपना नाम शंकर पुत्र स्व राजेन्द्र यादव निवासी समसुद्दीनपुर थाना रिविलगंज जनपद सारन (छपरा) बिहार एवं दूसरे ने अपना नाम सुनील शाह पुत्र स्व कामेश्वर शाह निवासी कुशीहरपुर रमडी थाना कांटी जिला मुजफ्फरपुर बताया।पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से अलग-अलग बैंकों के 71 एटीएम कार्ड,दो स्वाईप मशीन,एक चीपनुमा डिवाईस, दो मोबाइल, एक तमन्चा, दो जिन्दा कारतूस, एक चाकू,पांच हजार रुपये नकद,एक फर्जी नंबर प्लेट लगी ब्रेजा कार तथा कार के भीतर रखें अलग-अलग नंबर के चार नम्बर प्लेट, कूटरचित तीन आधार कार्ड बरामद हुआ। पुलिस द्वारा पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि हम लोगों का एक संगठीत गिरोह है।हम लोग मिलकर बुजुर्गों एवं महिलाओं को आसानी से अपना शिकार बना लेते है।ऐसे लोगों का एटीएम कार्ड सहायता करने के नाम पर बदलकर उनके दूसरा एटीएम देकर उनके खाते का पैसा इन्ही स्वाईप मशीन की सहायता से निकाल लेते हैं। उन्ही एटीएम कार्डों से खरीदारी भी घूम घूम कर करते है।एटीएम में आगे पीछे लगकर अपने एटीएम से भी कभी कभी पैसा निकालते हैं और उसी पैसे को आपस में बांटकर अपने ऊपर खर्च करते हैं।ताकि लोगों को हमारे ऊपर शक न हो।हम लोग अक्सर बलिया जिले में ही ये काम इसी गाडी से घूम घूम कर करते हैं और ये गाडी भी हमने इसी तरह कमाये हुए रुपयों से खरीदी है। गाडी को अलग अलग नम्बर प्लेट लगाकर भी चलाते हैं। पुलिस ने गिरफ्तार अभिलेखों को सुसंगत धाराओं के तहत पेश न्यायालय कर दिया।