
रिश्वत मामले में गिरफ्तार डॉक्टर वेंकेटेश मौआर की हृदयगति रुकने से मौत
औषधि संचालक से 20000 घूस लेते विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ किया था गिरफ्तार
बलिया। गुरुवार को प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के संचालक से ओपीडी में 20 हजार रुपए घूस लेते विजिलेंस टीम द्वारा गिरफ्तार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बांसडीह के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वेंकटेश मौआर 45 वर्ष की जिला जेल में हृदयगति रुकने से सोमवार को मौत हो गई। इसकी जानकारी होते ही स्वास्थ्य विभाग में शोक की लहर दौड़ गई।

बता दे कि डा वेंकेटेश मौआर को बांसडीह सीएचसी परिसर में संचालित प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र के संचालक व बांसडीह रोड थाना क्षेत्र के निवासी अजय तिवारी की शिकायत पर वाराणसी से पहुँची विजिलेंस टीम ने ओपीडी कक्ष से 20 हजार रुपया घूस लेते गिरफ्तार कर अपने साथ वाराणसी लेकर चली गयी थी। गिरफ्तारी के बाद उन्हें वाराणसी कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा गया, लेकिन तबियत बिगड़ने पर उन्हें वाराणसी स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार को उनकी हृदयगति रुकने से मौत हो गई। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग द्वारा मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। बिहार प्रान्त के औरंगाबाद जनपद के बरून थाना क्षेत्र के खैरा गांव निवासी डा वेंकेटेश मौआर बलिया शहर के बहादुरपुर में किराया के मकान में पत्नी प्रिंयका मौआर और 17 वर्षीय विनायक तथा 15 वर्षीय वेंदात पुत्र के साथ रहते थे। इनके पास बांसडीह सीएचसी अधीक्षक पद के अलावा मनियर अस्पताल का भी चार्ज था। डा मौआर जनपद में विभिन्न अस्पताल में भी तैनात रहे।

दो मिनट का मौन रख दी गई श्रद्धांजलि
बलिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डा वेंकटेश मौआर की वाराणसी में मौत की सूचना पर सीएचसी बांसडीह पर पहुंचे क्षेत्र के संभ्रांत लोगों व अस्पताल कर्मचारियों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित किया।अस्पताल परिसर में दो मिनट का मौन रहकर लोगों ने नमन किया। इस मौके पर अरुण सिंह,उमेश सिंह परिहार,दिलीप कुमार दुबे,अंगद मिश्र,चंदन कुमार, नंदलाल गोंड आदि मौजूद रहे।