सोनाडीह गांव में 300 रुपया की दर से पकड़े जा रहे बंदर
परेशान ग्रामीणों ने इकट्ठा किया चंदा
ट्रेंड मंकी कैचर यहां दिन रात बंदर पकड़ने में जुटे
बलिया। बेल्थरारोड तहसील मुख्यालय से करीब आठ किमी पश्चिम स्थित सोनाडीह मंदिर परिसर के आसपास करीब पांच हजार बंदरों का झुंड ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबक बन गया है। सोनाडीह गांव से 300 रुपया में प्रति बंदर पकड़े जा रहे हैं। इसके लिए लोगों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर पांच हजार बंदरों के झुंड से निजात पाने की जंग छेड़ दी है। करीब 60 हजार के चंदे से फिलहाल बंदरों के पहले खेप को गांव से बाहर भेजा जा रहा है। जिसके तहत बकायदा ट्रेंड मंकी कैचर यहां दिन रात बंदर पकड़ने में जुटे हैं। बांस से पिंजरे जैसा बना मंकी बॉक्स में पकड़े गए बंदर को पहले यहां इकट्ठा किया जा रहा हैं और फिर 80 से 100 की संख्या में बंदरों का खेप गैर जनपद के सुनसान इलाकों में छोड़ा जा रहा हैं। मंगलवार को भी इस गांव से करीब 70 की संख्या में बंदर को सुदूर गांव में भेजा गया जो अब चर्चा का विषय बना हुआ है। सोनाडीह गांव के प्रधान सूर्यभान ने बताया कि गांव में बंदरों का आतंक बढ़ गया है। जिससे ग्रामीण निजात चाहते है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि उन्हें अब बंदरों के उत्पात से निजात मिल जायेगा। बंदरों के उत्पात से बचने के लिए यहां के हर घर और दुकानों में मजबूत जाली लगाए गए हैं। बावजूद बंदरों के काटने से हर रोज लोग शिकार हो रहे है। साथ ही चट्टी चौराहों पर संचालित मिठाई की दुकान और घरों से भोजन तक बंदर उठा ले जाते है।