
त्रिवेणी संगम पर बलिया की मां-बेटी समेत चार महिलाओं की मौत, दो पुरुष घायल
बलिया के नसीराबाद गांव की मां-बेटी और चचया के दो महिलाएं हुई हादसे का शिकार
बलिया। 144 वर्ष बाद प्रयागराज में लगे महाकुंभ मेले में 28 /29 जनवरी की रात करीब एक बजे त्रिवेणी संगम पर स्नान के दौरान हुए हादसे में यूपी के बलिया जिले के नगरा थाना क्षेत्र के चचया गांव की रहने वाली दो महिलाओं की मौत हो गई। जबकि दो पुरुष घायल हो गए। बताया जा रहा कि महाकुंभ में कुल 13 लोग गए हुए थे। इस हादसे में नगरा थाना क्षेत्र के चचया गांव निवासी रिंकी सिंह 38 वर्ष पत्नी छोटू सिंह एवं मीरा सिंह 52 वर्ष पत्नी बलजीत सिंह की मौत हो गई। जबकि मीरा के पति बलजीत सिंह 52 वर्ष पुत्र रमाशंकर सिंह तथा संजय सिंह 52 वर्ष पुत्र रामजीत सिंह घायल हो गए। इसकी पुष्टि मृतका रिंकी सिंह के पति छोटू सिंह ने गांव के सभासद लाल बहादुर को मोबाइल से सूचना दी गई।
इसके अलावा फेफना थाना के नसीराबाद गांव निवासी रीना देवी (36) एवं उनकी बेटी रोशनी पटेल (8) की दबने से मौत हो गई। जबकि पिता सुरक्षित है। घटना के बाद दोनों गांवों में मातम पसर हुआ है। देर रात शव तक पहुंचने की संभावना है। इसकी पुष्टि मृतक रीना देवी के पति दिनेश पटेल ने की।
बता दें कि मौनी अमावस्या पर प्रयागराज संगम तट पर स्नान करने के लिए क्षेत्र के नसीराबाद गांव के आठ लोगों के साथ दिनेश पटेल अपनी मां ललिता देवी, पत्नी रीना पटेल (36) व पुत्री रोशनी पटेल (8) के साथ मंगलवार की सुबह ट्रेन से गए थे। जिसमें गांव के और लोगों का साथ भीड़ ज्यादा होने के कारण छूट गया। वे अपने परिवार के साथ दिनेश प्रयागराज संगम के तरफ मंगलवार की रात करीब एक बजे जा रहे थे, तभी अचानक अफरा तफरी मच गई। दिनेश अपनी मां को लेकर साइड हट गए। वहीं, अधिक भीड़ होने के कारण पत्नी और बेटी का साथ छूट गया। जब तक वे कुछ समझ पाते कि अफरा तफरी में दबने के कारण रीना पटेल (36) और रोशनी पटेल (8) की मृत्यु हो गई। उधर, साथ गए गांव के शेष लोग बिना स्नान किए ही घर को लौट गए है। उधर, गांव में सूचना मिलते ही पूरा माहौल गमगीन बना हुआ है। संवेदना व्यक्त करने के लिए सुबह से ही लोगों का तांता लगा हुआ है। वही नगरा थाना क्षेत्र के चचया गांव से 13 लोग महाकुंभ स्नान करने गए हुए थे, जहां हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई। जबकि दो पुरुष घायल हो