
दूसरे दिन भी तीन घंटे तक व्यापारियों व ग्रामीणों ने एनएच—31 को किया जाम
दोहरे हत्याकांड के विरोध में व्यापारियों ने दुकानों को रखा बंद
बीयर दुकान पर कुल्हाड़ी से हुई थी दो युवकों की हत्या
परिजनों ने बताया कि कोरंटाडीह चौकी पर नहीं था कोई पुलिसकर्मी

बलिया। दोहरे हत्याकांड के विरोध में कोटवा नारायणपुर के व्यापारियों ने अपनी—अपनी दुकानों को बंद कर एनएच—31 को बृहस्पतिवार की दोपहर करीब ढ़ाई बजे जाम कर दिया और मनबढ़ आरोपियों की गिरफ्तारी और मृतक के परिजनों की मुआवजे की मांग करने लगे। सूचना मिलते ही नरही थानाध्यक्ष सुनील चंद्र तिवारी समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई और मान मन्नवल करने लगी। उधर, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह, अपर जिलाधिकारी, सांसद सनातन पांडेय, फेफना विधायक संग्राम सिंह यादव मौके पर पहुंच जामकर्ताओं से वार्ता कर अविलंब आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। जिसके बाद जामकर्ताओं ने करीब साढ़े पांच बजे जाम समाप्त कर दिया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस महकमा मौके पर जमे रहे। इस मामले में पुलिस ने मृतक के परिजनों के तहरीर पर रात में ही चार आरोपियों के विरूद्ध नामजद मुकदमा दर्ज कर जगह—जगह दबिश दे रही है। आरोपी कथित रूप से किसी 1241 ग्रुप के सदस्य बताए जा रहे हैं। ये आरोपी पहले भी कई वारदातों में संलिप्त बताए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि नरही थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव स्थित बीयर दुकान पर कोटवा नारायणपुर के मनबढ़ युवकों ने पहले जीतू गुप्ता (16) को हमला कर घायल कर दिया था। इसके बाद पूछताछ करने गए प्रशांत गुप्ता (26) और गोलू वर्मा (23) को कुल्हाड़ी और दांव से जानलेवा हमला कर घायल कर दिया था। जिसमें प्रशांत की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि गोलू की सांसे चल रही थी। परिजन दोनों को बक्सर के निजी नर्सिंग होम में ले गए, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि सूचना कोरंटाडीह चौकी को देने गए, लेकिन वहां कोई मौजूद नहीं था। इसके बाद थाना प्रभारी सुनील चंद्र तिवारी को सूचना दी।
आरोपियों के परिजनों को हिरासत में लेकर की जा रही पूछताछ
बलिया। मृतक के शवों को लेकर परिजन कोटवा नारायणपुर घर पहुंचे और रात में ही ग्रामीणों के साथ एनएच-31 जाम कर दिया था। इसके बाद पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। घटना को अंजाम देने के डेढ़ घंटे बाद पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीणों में काफी आक्रोश था। करीब तीन घंटे तक एनएच-31 पर जाम लगा रहा। नरहीं थानाध्यक्ष सुनील चन्द्र तिवारी के 24 घंटे में आरोपियों के गिरफ्तार करने के लिखित आश्वासन के बाद रात साढ़े बजे जाम समाप्त किया। मौके पर एसपी डॉ. ओमवीर सिंह, एएसपी कृपाशंकर, के साथ कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। सुबह से ही पुलिस टीम क्षेत्र में जमी रही। आरोपियों के परिजनों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
पूछताछ करने गए दोनों युवकों को उतारा मौत के घाट
बलिया। सिकंदरपुर गांव निवासी पूर्व प्रधान भोरिक गुप्ता के 16 वर्षीय पुत्र जीतू गुप्ता ने बताया कि कोटवा नारायणपुर कनुआन रोड पर बियर तथा देशी शराब की दुकान है। मैं दूध लेने के लिए गया था। देखा कि कोटवा नारायणपुर के कुछ लड़के आपस में उलझे हुए हैं। जैसे ही वहां पहुंचा आरोपियों ने मेरे ऊपर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। इससे वहीं पर बेहोश हो गया। इसकी सूचना चचेरे भाई प्रशांत गुप्ता को हुई तो गोलू वर्मा को लेकर वहां पहुंचे। पूछताछ की तो आरोपियों ने उनके ऊपर भी कुल्हाड़ी से गर्दन और पेट पर कई वार कर दिए। इससे प्रशांत गुप्ता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गोलू वर्मा ने बक्सर ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

बेटे का जन्मदिन नहीं मना सका प्रशांत
बलिया। जीतू ने बताया कि 20 दिन पहले भी आरोपियों से उसका विवाद हुआ था। प्रशांत गुप्ता पटना में प्राइवेट इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। उसके डेढ़ साल के पुज्ञ अयान का दो जनवरी को जन्मदिन। था। जन्मदिन मनाने के लिए एक जनवरी को ही वह घर आया था। लेकिन उसे क्या पता था कि जिस बेटे का जन्मदिन मनाने आया हुआ है, वह उसका जन्मदिन नहीं मना सकेगा। जबकि उसके पिता लक्ष्मण गुप्ता बाजार में पान की दुकान चलाते हैं।

किराना की दुकान चलाता था गोलू
बलिया। जीतू ने बताया कि गोलू वर्मा का घर बगल में ही है। गोलू वर्मा किराना की दुकान चलाता था। उसके पिता का साया पहले ही उठ चुका था। छोटे भाई भोलू और पांच बहनों में अंशू, प्रियंका, अर्चना, मानसी, ज्योति है। घटना के बाद मां उर्मिला बेसुध हो गई हैं। घटना के बाद परिवार के भरण—पोषण की जिम्मेदारी भोलू के कंधे पर आ गई है।
1241 नाम से चल रहे गिरोह का बहुत पहले से है आतंक
बलिया। साल के पहले दिन इसके पहले भी एक हत्या हो चुकी है। उस माममें भी पुलिस ने कुछ नहीं किया। कोटवा नारायणपुर निवासी विशाल कुमार (18) पुत्र राजेश कुमार को एक जनवरी 2020 को नसीरपुर मठ गांव के सामने नाव पर सवार शराब तस्करों ने मारने पीटने के बाद गंगा नदी में फेंक दिया था। इससे उसकी मौत हो गई। इसकी शिकायत नरहीं थाने पर की गई। कुछ माह बीतने के बाद कोरोना काल आ गया और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इस बार भी अब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। सपा नेता बंशीधर यादव, कुबेर तिवारी ने कहा कि पुलिस की निष्क्रियता से यह घटना हुई है। 1241 नाम से चल रहे इस गिरोह का कस्बे में बहुत पहले से आतंक है, लेकिन इनके ऊपर माकूल कार्रवाई नहीं होने का नतीजा है कि इतनी बड़ी घटना को मनबढ़ अंजाम देकर फरार हो गए।















