
स्वर्ण व्यापारी के साथ हुई लूट की घटना निकली गलत, SP ने किया खुलासा
एसओजी, सर्विलांस व नरही की संयुक्त टीम ने लूट की घटना का किया अनावरण
स्वर्ण व्यापारी के साथ पुरानी रंजिश को लेकर हुई थी मारपीट
लोगों के बहकावे में आकर व्यापारी ने मारपीट के साथ लूट की दी सूचना
बलिया। 29 दिसंबर को स्वर्ण व्यापारी के साथ हुई मारपीट व लूट के मामले में एसओजी, सर्विलांस व नरही पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को फेफना थाना के दौलतपुर पुलिया के किनारे गुमटी के पास से गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय भेज दिया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। मंगलवार को पुलिस लाइन के सभागार में इसका खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि स्वर्ण व्यापारी के साथ लूट की घटना हुई थी, बल्कि उसके साथ मारपीट की घटना हुई थी। जिसे स्वयं व्यापारी ने कबूल किया है। एसपी ने कहाकि आरोपियों ने पूछताछ में अपना नाम व पता टिंकू सिंह पुत्र स्व सर्वजीत सिंह उर्फ जीता निवासी पिपराकला थाना नरही बलिया, अभिषेक सिंह पुत्र दयाशंकर सिंह निवासी पिपराकला थाना नरही बलिया, शिवम सिंह पुत्र सत्यप्रकाश सिंह निवासी एकौनी थाना फेफना बलिया एवं संदीप सिंह पुत्र अशोक सिंह निवासी सिंहपुर थाना फेफना बलिया बताया।
एसपी ने बताया कि 29 दिसंबर 2024 को थाना नरही पर स्वर्ण व्यापारी नीरज कुमार वर्मा पुत्र स्व रामाशंकर वर्मा निवासी पिपराकला थाना नरही जनपद बलिया द्वारा लिखित प्रार्थना पत्र दिया गया कि उसकी लक्ष्मणपुर बजार में सोने व चांदी की दुकान है। वह अपनी दुकान बन्द करके बाइक से घर आ रहा था। जेैसे ही वह पिपराकलां स्थित सैनानी गेट के पास पहुंचा कि अचानक टिंकू सिंह पुत्र स्व सर्वजीत सिंह उर्फ जीता निवासी पिपराकला, अभिषेक यादव पुत्र रवि यादव निवासी बिलरिया, अभिषेक सिंह पुत्र दयाशंकर सिंह निवासी पिपराकला के साथ कुछ अन्य लोग आ गए और मेरे साथ मारपीट किए तथा मेरे हाथ में मौजूद बैंग से करीब एक लाख रुपया व गले से सोने की चैन छिन लिया तथा गाड़ी की चाबी लेकर बाइक से भाग गए। जब तक मैं चिल्लाता और लोग आते सभी मौके से भाग गये थे।
तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एसओजी, सर्विलांस टीम के साथ कार्रवाई शुरू कर दिया। जिसमें ग्रामीणों एवं पीड़ित के बयान से यह तथ्य प्रकाश में आया कि पीड़ित नीरज कुमार वर्मा के साथ पुरानी रंजिश को लेकर मारपीट की घटना हुई थी। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि जब टिन्कू सिंह आदि नीरज कुमार वर्मा को मारपीट रहे थे तो हम लोग मौके पर पहुंच गये थे। हम लोगों के पहुंचने के बाद टिंकू सिंह आदि भाग गए। पता चला कि यहां मारपीट हुई थी लूट की घटना नहीं हुई। पीड़ित द्वारा भी अपने बयान में बताया गया कि वह बहकावे में आकर मारपीट के साथ लूट की घटना को प्रार्थना पत्र में लिख दिया था। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा में घटोटरी करते हुए आरोपी टिंकू सिंह, अभिषेक सिंह, शिवम सिंह, संदीप सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया।