
बलिया में सड़क हादसे में युवक की मौत, चिराग के रूप में घर में रह गया आठ वर्षीय बालक
दुबहड़ थाने के बुलापुर ढाले के समीप हुआ हादसा
पिता और दो छोटे भाइयों की पूर्व में हत्या कर कुएं में फेंक दिया गया था शव
युवक की सड़क हादसे में हुई मौत या कुछ और….?
बलिया। दुबहड़ थाना क्षेत्र के बुलापुर चट्टी के समीप सोमवार को अज्ञात वाहन की टक्कर से एक युवक गंभीर रूप से गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की सूचना पाकर अविलंब घटना स्थल पर पहुँची दुबहर पुलिस एवं 112 नंबर डायल पुलिस ने घायल युवक को जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
[4/14, 2:22 PM] Mohammad Saif Ali Khan:
[4/14, 2:36 PM] Mohammad Saif Ali Khan:
मिली जानकारी के अनुसार हल्दी थाना क्षेत्र के सोनवानी निवासी दिलीप सिंह 40 वर्ष पुत्र स्वर्गीय उमाशंकर सिंह बाइक से बलिया से जा रहा था। जैसे ही वह बुलापुर ढाले के समीप पहुँचा कि किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दिया। जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। आसपास के किसी राहगीर ने 112 नंबर डायल पुलिस तथा दुबहर पुलिस को फोन कर सूचना दी। सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची दुबहड एवं 112 नंबर डायल पुलिस ने घायल युवक को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। बता दे कि 30 मई 2022 को मृतक दिलीप सिंह के दो छोटे भाई संदीप सिंह व आंनद विक्रम सिंह तथा पिता उमाशंकर सिंह की विगत वर्ष हत्या कर उनके शव को सोनवानी स्थित कुएं में फेंक दिया गया था। घायल दिलीप सिंह पहले बाहर रहते थे। पिता तथा दो छोटे भाइयों की हत्या तथा पत्नी के स्वाभाविक मौत के बाद गांव पर रहकर पशुपालन तथा खेती-बारी का कार्य करते थे। उनके मौत के बाद उनके परिवार में केवल उनका आठ वर्षीय छोटा पुत्र रह गया है। मृतक की सड़क हादसे में हुई मौत या वाहन से टक्कर मार कर हत्या की गई। यह सवाल लोगों के जेहन में कौद रहे है। अब देखना यह है कि पुलिस सड़क हादसा मानकर छोड़ दे रही है या अन्य बिंदुओं पर जांच कर आगे की कार्रवाई

30 में 2022 को पिता उमाशंकर, पुत्र संदीप व आनन्द की हो चुकी है हत्या
राज खुलने के डर से पिता व पुत्र की ली थी जान
संदीप से था बदमाशों का पैसे का लेनदेन
पिता का किचन और संदीप व आनंद का कुएं में मिला था शव
अब दिलीप की हो गई सड़क हादसे में मौत


बलिया। पैसे के लेन-देन को लेकर 30 मई 2022 को हल्दी थाना के सोनवानी गांव में उमाशंकर सिंह की हत्या कर शव मकान के रसोई घर में बदमाशों ने फेंक दिया था। जबकि उनके पुत्र संदीप सिंह व आंनद विक्रम सिंह की हत्या कर शव को गांव से करीब 200 मीटर दूर कुएं में फेंक दिया गया था। घर में बाहर रहने के कारण केवल दिलीप सिंह ही बचा था। जिसकी सोमवार को दुबहड़ थाना क्षेत्र के बुलापुर ढाले के समीप अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई। अब घर में चिराग के रूप में मृतक दिलीप का आठ वर्षीय पुत्र बचा हुआ है।
आपको बता दे कि 31 मई 2022 को हल्दी थाना क्षेत्र के सोनवानी गांव में लोगों ने रास्ते में खून के धब्बे देखे थे जो गांव के बाहर स्थित बागीचे के कुएं तक फैले थे। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुएं से सीमेंट की पटिया हटवाई तो लाश पड़ी दिखी। शव को बाहर निकाला तो पहचान आनंद विक्रम सिंह 26 वर्ष के रूप में हुई थी, उसके शरीर पर धारदार हथियार से कई वार करने के निशान थे। शव छिपाने के लिए पोखरे से लाकर सूखी जलकुंभी भी कुएं में डाली गई थी। मृतक की पहचान होने के बाद पुलिस ने परिजनों को बुलवाया, लेकिन कोई नहीं आया तो पुलिस उसके घर पहुंची। जहां एक कमरे में खून फैला हुआ था और अंदर कोई नहीं था। जब पुलिस रसोईघर में पहुंची तो युवक के पिता उमाशंकर सिंह 70 वर्ष का शव खून से लथपथ मिला था। पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रवीण सिंह उर्फ भोलू सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ किया तो उन्होंने दूसरे भाई संदीप सिंह 45 वर्ष का शव भी कुएं में होने की बात बताई थी। जिससे फायर ब्रिगेड के वाहन को बुलाकर कुएं का पानी निकाला गया। पूछताछ में मुख्य आरोपी प्रवीण सिंह उर्फ भोलू ने बताया था कि उसका संदीप सिंह से रकम के लेनदेन का लेकर विवाद चल रहा था। जिससे वह साजिश के तहत तीन साथियों के साथ संदीप को घर से लेकर जा रहा था। तभी उसके पिता व भाई ने देख लिया, जिससे पोल खुलने के डर से उन दोनों की भी हत्या कर दी गई। पुलिस ने आला कत्ल भी बरामद किया था। उसी घटना को लेकर लोग कुछ लोगों में चर्चा है कि कही दिलीप सिंह की अज्ञात वाहन से टक्कर मारकर हत्या तो नहीं कर दी गई या फिर वास्तव में सड़क हादसा ही है। खैर मामला जो भी हो। अब देखना यह है कि पुलिस सड़क हादसा मानकर छोड़ रही है या आगे की जांच कर कार्रवाई करेगी।



















