शिवरामपुर घाट पर लोगों से भरी नाव डूबने से बाल—बाल बची
घटना के बावजूद भी नाविक या लोग नहीं ले रहे सबक
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बलिया। शहर कोतवाली क्षेत्र के शिवरामपुर गंगा घाट पर सोमवार की दोपहर मुंडन संस्कार में आए लोगों से भरी एक नाव डूबते—डूबते बच गई। वहीं नाव के इंजन से उठते धुआं देख नाव में सवार लोगों की चीख—पुकार मच गया। हालांकि नाविकों के सुझ—बुझ से नाव किनारे चली गई और बड़ा हादसा होते—होते टल गया। हैरत की बात यह है कि शिवरामपुर घाट पर हजारों की भीड़ उमड़ने के बाद भी एक भी पुलिसकर्मी नजर नहीं आए। आपको बता दे कि थोड़े से पैसे की लालच में नाविक लोगों को बैठाने का काम करते है और लोग थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर में भीड़ के बावजूद नाव पर चढ़ जाते है। जबकि बलिया में इसके पूर्व में चैनछपरा, बड़का खेत और माल्देपुर गंगा घाट कई लोगों काल के गाल में समा चुके है; बावजूद ना तो नाविक सबक ले रहे है और नाही लोग सबक ले रहे है। जब कोई घटना घटित हो जाती है प्रशासन आदेश जारी करता है और कुछ दिन बाद वह आदेश ठंडे बस्ते में चला जाता है।