
हड्डीरोग विशेषज्ञ डा गौरव राय तत्काल प्रभाव से निलंबित, एडी मेरठ कार्यालय से किया गया सम्बद्ध
जिला चिकित्सालय में हड्डीरोग विशेषज्ञ के पद पर थे तैनात
डॉ. गौरव राय के क्लीनिक समेत तीन को किया गया था सील
निरीक्षण में नर्सिंग होम व क्लीनिक में मरीजों को देखते मिले डॉ अनुराग सिंह, डॉ एसएन राय, डॉ गौरव राय, डॉ अतुल कुमार
बलिया। जिला अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डा गौरव राय के विरुद्ध प्राइवेट प्रैक्टिस किए जाने, औचक निरीक्षण के समय नगर मजिस्ट्रेट बलिया से अभद्र एवं अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए सरकार विरोधी नारा लगाए जाने एवं सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में उप्र सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली, 1999 के नियम-4(1) के अन्तर्गत शासन द्वारा तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर कार्यालय अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, मेरठ मण्डल मेरठ से सम्बद्ध किया गया है।
बता दे कि 29 अगस्त 2024 को सीडीओ ओजस्वी राज की जांच में चार डाक्टर अपने-अपने क्लीनिक व नर्सिंग होम में मरीजों की जांच करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए थे। इसमें डॉक्टर गौरव राय अपनी गलती स्वीकार करने के बजाय दादागिरी पर उतारू हो गए और सीडीओ के साथ पहुँचे सिटी मजिस्ट्रेट को ही सरकारी अस्पताल की खामियां गिनाने में लग गए। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट से अभद्रता व अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए थे। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश पर सीडीओ व सिटी मजिस्ट्रेट जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुँचे थे, जहां तैनात चिकित्सक गौरव राय सरकारी अस्पताल के ओपीडी में ताला बंद करके आराम से बाहर अपने निजी क्लीनिक में मरीजों को देखते पाए गए थे। अंतत: सीडीओ के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने डा. गौरव राय के क्लीनिक को सील करवा दिया था। इसके बाद सीडीओ और सिटी मजिस्ट्रेट महावीर अल्ट्रासाउंड पर गए, जहां सरकारी चिकित्सक डॉक्टर अतुल कुमार रंगे हाथ पकड़े गए।इसके बाद सीडीओ टीम के साथ रत्ना हॉस्पिटल गए। जहां बालरोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनुराग सिंह मरीजों को देखते हुए पकड़े गए। इसके अलावा निरीक्षण में जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर एस एन राय भी अपने आवास रूपी क्लीनिक पर मरीजों को देखते हुए पाए गए थे।













