अपने पुराने दिनों को याद कर हुए भावुक, राजनीतिक पुरोधाओं को किया सम्मानित

Spread the love


अपने पुराने दिनों को याद कर हुए भावुक, राजनीतिक पुरोधाओं को किया सम्मानित
बलिया। मैं अपने अतीत को नही भूलता हूं। जब तक मैं हूं। लोक सभा क्षेत्र बलिया ही नहीं बल्कि हर जगह के लोगों का सम्मान व उनकी समस्यायों का निराकरण करना मेरा कर्तव्य है। बात चाहे विकास की हो या सम्मान करने की मैं पीछे नही हटूंगा। यह बातें सांसद सनातन पान्डेय ने अपने आवास पर राजनिति शुरू करने के दिनो वर्ष 1996-97 के राजनितिक अभिभावको का सम्मान अंग वस्त्रम व स्मृति चिह्न देकर करते हुए कही।
कहा कि आज हमें सांसद बनने का जो सौभाग्य मिला है यह सब इन लोगों की देन है। ये लोग हमें सहारा नहीं दिए होते तो आज मैं इस सदन में नही पहुंचता। उपस्थित दो दर्जन वयोवृद्ध हो चुके राजनीतिक पुरोधाओं को सम्मानित कर अपने आप को मैं धन्य समझ रहा हूं। कहा कि इंसान को कभी भी उन लोगों को नहीं भूलना चाहिए जिनकी वजह से वह जीवन में लौकिकता पाया हो। भावुक भरे माहौल में उपस्थित लोगों ने करतल ध्वनि से सांसद के कदम की सराहना की। इस मौके पर फूलदेव पान्डेय, भोला राम, समरबहादुर सिंह, हाकिम सिंह, सुभाष यादव, रामजन्म पान्डेय, अवधेश त्रिपाठी समेत दो दर्जन लोगो को अंगवस्त्रम व चिह्न देकर स्वागत किया गया। इस मौके पर चिलकहर व नगरा तथा जनपद के लोग मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *