टिकट कटने व मिलने को लेकर उम्मीदवारों की सांसे अटकी
जिताऊ कैंडिडेट की तलाश में जुटी सपा एवं भाजपा
बलिया लोस से कौन होगा प्रत्याशी…? सलेमपुर से तीसरी बार रविंद्र जताया भरोसा
बलिया। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा हमेशा बलिया जनपद किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहा है, क्योंकि बागी बलिया मंगल
पांडेय जैसे क्रांतिकारी एवं लोकनायक जयप्रकाश नारायण जैसे राजनीति संतों की धरती है। यहां पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर से लेकर छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र राजनीति के पुरोधा रहे। इस बागी धरती पर एक बार फिर लोक सभा चुनाव होने जा रहा है। जिसमें सभी प्रमुख दलों में उम्मीदवारों की भीड़ दिखाई दे रही है। टिकट बंटने से लेकर छंटने, कटने और मिलने तक
सबकी सांसे अटकी और धड़कनें बढ़ी हुई हैं। खासकर दो दल सपा व भाजपा में टिकट का महासंग्राम चल रहा है। इस बार दोनों जिताऊ कैंडिडेट की तलाश में हैंं। राजनीति के जानकारों की माने तो भारतीय जनता पार्टी यूपी के पूर्वांचल में जिताऊ कैंडिडेट की तलाश कर रही है। वर्ष 2024 लोक सभा चुनाव की घोषणा आज होने की संभावना है।भारतीय जनता पार्टी एवं समाजवादी पार्टी का पूरा ध्यान पूर्वांचल पर टिका हुआ है। दोनों दलों को जिताऊ प्रत्याशियों के नामों की तलाश है। बता दे कि सरयू और गंगा से चारों दिशाओं में जिला घिरा हुआ है। बलिया में सात विधान सभा क्षेत्र है। जबकि तीन लोकसभा क्षेत्र बलिया, सलेमपुर और घोसी में बंटा हुआ है। बलिया लोकसभा क्षेत्र में तीन विधान सभा क्षेत्र फेफना, बलिया नगर और बैरिया के अलावा गाजीपुर के दो विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इस सीट पर भाजपा दो बार से लगातार जीत हासिल कर रही है। वर्ष 2019 में भाजपा ने चेहरा बदल कर वीरेंद्र सिंह मस्त को मैदान में उतारा। जिसमें सपा के सनातन पांडेय को हराकर भाजपा उम्मीदवार बीरेंद्र सिंह मस्त विजयी हुए। इस बार भाजपा को बलिया लोक सभा में दूसरी बार जीत मिली। इसके पहले सपा और सजपा विजयी होती रही। उधर सलेमपुर लोकसभा से तीसरी बार रविन्द्र कुशवाहा पर भाजपा ने भरोसा जताते हुए उम्मीदवार बनाया है। जबकि बलिया लोकसभा में उम्मीदवार को लेकर अटकलें लगी हुई है। बलिया लोस का कौन होगा प्रत्याशी..? इसको लेकर संशय बना हुआ है।