
ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के मिलीभगत से ई- रिक्शा चालकों का शहीद चौक में प्रवेश करने से लग रहा जाम
बैरिकेटिंग व ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के बाद भी चौक में ई-रिक्शा चालक कैसे कर रहे प्रवेश
ड्यूटी पर तैनात कर्मी बैरियर के पास नहीं, बगल में फरमाता आराम, देखता मोबाइल

बलिया। आइना झूठ नहीं बोलता वाली कहावत शुक्रवार को नगर के शहीद चौक में देखने को मिली। जहां ड्यूटी पर तैनात यातायात पुलिस, होमगार्ड व पीआरडी जवान की उदासीनता व मिलीभगत के कारण ई – रिक्शा चालक धड़ल्ले से प्रतिबंधित क्षेत्र शहीद चौक में सवारी लेकर प्रवेश कर जाम लगाते नजर आए। जिसके चलते आमजन को जाम के झाम से जूझते नजर आए। लेकिन इन पर ड्यूटी पर तैनात किसी भी कर्मी की नजरे इनायत नहीं हुई। जबकि शहीद चौक क्षेत्र में जाम न लगे। इसके लिए पुलिस महकमा द्वारा कासिम बाजार चौराहा, सेनानी उमाशंकर चौराहा, आर्य समाज रोड स्थित राम जानकी तिराहा, हनुमान गढ़ी तिराहा, गुदरी बाजार मां दुर्गा चौराहा व गुदरी बाजार स्थित रेड लाइट तिराहा के पास चार व ई – रिक्शा चालक अंदर न प्रवेश करे। इसके लिए बकायदे बैरिकेटिंग की गई है और यातायात पुलिस, होमगार्ड व पीआरडी के जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। बावजूद ई – रिक्शा चालकों का प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करना अपने आप में यक्ष प्रश्न खड़ा करता है। यही नहीं ई-रिक्शा चालक गुरुद्वारा रोड की ओर से भी प्रतिबंधित चौक क्षेत्र में प्रवेश कर रहे है। शुक्रवार को शहीद चौक क्षेत्र व उसके आसपास का मार्ग ई-रिक्शा चालकों के चलते जाम से कराहता नजर आया।



आपको बता दे कि यातायात पुलिस द्वारा शहीद चौक क्षेत्र में ई-रिक्शा चालकों का प्रवेश प्रवेश वर्जित है। यही नहीं यातायात विभाग में ई-रिक्शा चालकों का बकायदे रूट भी निर्धारित किया गया है। इसके बावजूद भी ई-रिक्शा चालक प्रतिबंधित क्षेत्र में शहीद चौक और उसके आसपास मार्ग पर जबरिया चलते नजर आ रहे है। वही ड्यूटी पर तैनात यातायात पुलिस, होमगार्ड व पीआरडी के जवान मूकदर्शक नजर आ रहे है। डाला छठ 27 अक्टूबर को है। जिसके चलते नगर के अंदर काफी संख्या में भीड़ बढ़ने की उम्मीद है। इसके बावजूद भी ड्यूटी पर तैनात यातायात पुलिस, होमगार्ड व पीआरडी के जवान लापरवाह दिख रहे है। इनके लापरवाही के चलते ई-रिक्शा चालक एक लाइन में नहीं, बल्कि दो-तीन लाइन बनाकर चलने का काम कर रहे है। उधर, ड्यूटी पर तैनात कर्मी बैरियर के पास नहीं, बगल में आराम फरमाते और मोबाइल चलाते नजर आए। अगर यातायात व सिविल पुलिस कुम्भकर्णी निंद्रा से नहीं जागी तो शहर को जाम के झाम से कोई नहीं रोक सकता है। यातायात व सिविल पुलिस को ई-रिक्शा को शहीद चौक व आसपास के मार्गो पर ले जाने पर कड़ाई से पालन कराना होगा। जिससे नगर को जाम के झाम से मुक्ति दिलाई जा सके।