
मुंबई में शहीद हुए 66 अग्निशमनकर्मियों को दी गई श्रद्धाजंलि, निकाली गई जागरूकता रैली
वर्ष 1944 में 66 अग्निशमन कर्मियों ने आग बुझाते हुए अपने प्राणों को दी थी आहुति
बलिया। पुलिस लाइन स्थित अग्निशमन कार्यालय पर सोमवार को अग्निशमन सप्ताह का शुभारंभ हुआ। मुख्य अग्निशमन अधिकारी धीरेंद्र सिंह यादव व जवानों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर याद किया। इसके बाद, जन जागरूकता रैली को सीएफओ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठान, होटल, पेट्रोल पंप तथा सार्वजनिक स्थानों पर जाकर लोगों को आग व उससे होने वाले नुकसान से बचाव के उपाय के बारे में जागरूक किया गया।

रैली अग्निशमन केंद्र से निकलकर कुंवर सिंह चौराहा, टीडी कालेज, चित्तू पांडेय चौराहा, स्टेशन रोड़, चौक, गुदरी बाजार, अस्पताल रोड़ होते हुए रैली वापस कार्यालय पर वापस लौटकर समाप्त हो गई। इस दौरान वाहनों पर अग्नि से बचाव के बैनर पोस्टर लगे रहे। माइक द्वारा लोगों को आग से बचाव के विभिन्न उपाय बताए गए। इसके अलावा जवानों ने लोगों को पंपलेट एवं पोस्टर भी वितरित किए गए। मुख्य अग्निशमन अधिकारी धीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि 20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा। लोगों को आग की रोकथाम के उपाय बताए जाएगें। कहा कि जब भी कहीं पर आग लगने की दुर्घटना होती है तो हम हमेशा आग बुझाने के लिए अग्निशमन दल को बुलाते हैं। जवान अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों की जनधन को बचाते हैं।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि 14 अप्रैल 1944 को मुंबई बंदरगाह पर माल वाहक जहाज फोर्ट स्टीकेन में लगी आग पर साहस व पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए काबू पाने के क्रम में आग बुझाने वाले दमकल के 66 अग्निशमन कर्मी आग की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन बहादुर अग्निशमन कर्मियों की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को अग्निशमन दिवस और 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अग्निशमन दल द्वारा अग्नि सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है।
इन बातों का रखे ध्यान-
– भवन क्रय करने से पूर्व अग्निशमन विभाग का पूर्णता प्रमाण पत्र भवन के विक्रेता से अवश्य मांगें।
– सिनेमाघर, माल, अस्पताल, बैंक्यूट हाल, होटल आदि भवनों में जाने पर आपातकालीन निकास मार्गों की जानकारी कर लें।
– सभी भवन निर्माता अग्निशमन उपकरण लगवाएं. प्रस्तावित मानचित्र के अनुसार ही भवन का निर्माण कराएं।
– ट्रेन, बसों, निजी वाहन व हवाई यात्रा करने के दौरान किसी भी प्रकार का ज्वलनशील सामान साथ लेकर न चलें. जली हुई बीड़ी, सिगरेट इधर-उधर न फेंके।
– अग्निशमन वाहनों को घटनास्थल पर जाते समय रास्ता दें।
अगलगी की घटना हो 101, 112 पर त्वरित काल करे।