बलिया में शिक्षा देने वाली संस्थाएं बहुत है, पर रोजगार देने वाली नहीं: पदमश्री श्रीधर बेम्बु
किसी भी इंसान को आगे बढ़ने के लिए अपने चरित्र का निर्माण करना होगा
बलिया। डीएसईटी पब्लिक स्कूल सोबईबांध करनई में बलिया जिले के प्रथम रोबोटिक्स लैब के उद्घाटन कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि पदमश्री श्रीधर बेम्बु ने कहा कि यहां की पस्थितियां शिक्षित युवा बड़े पैमाने पर है। पर उनके हाथ रोजगार नहीं है। जिसके चलते पूर्वांचल में पलायन, अपराध और भ्र्ष्टाचार चरम पर है। यही कारक बेरोजगारी के है। कहा कि हमें शिक्षा का आधार रोजगार परक बनाना चाहिए। कहा कि हमारे यहां शिक्षा देने वाली संस्थाए बहुत है पर रोजगार देने वाली संस्थाए नहीं है। वे बलिया के सोबाईबांध स्थित डीएसईटी पब्ल्कि स्कूल पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने छात्रों से अपील किया कि किसी भी इंसान को आगे बढ़ने के लिए अपने चरित्र को बनाना होता है। चरित्र के बल पर आज भारतीय सभ्यता टिकी हुई है। जबकि रोम युनानी सभ्यता का लोप हो गया। कहा कि इंसान के भीतर चरित्र का निर्माण अपने पूर्वजों से मिलता हेै। यदि कोई इंसान अपने चरित्र का निर्माण करना चाहता है तो सबसे पहले उसे अपने संस्कृति और अपने पूर्वजों के बुनियादी मूल्यों की चर्चा बार—बार करनी होगी। तभी इंसान अपने भीतर अपने पूर्वजो के बेहतर चरित्र को अपना कर अपने बेहतर चरित्र का निर्माण कर सकता है। इस अवसर पर अमेरिका के हृदयरोग विशेषज्ञ डाक्टर विजय तिवारी ने कहा कि मैं बलिया की माटी में पैदा हुआ। पला बढ़ा और इस माटी से हमेशा जुड़े रहना चाहता हूं। ताकि यहां के लोगों के लिए स्वास्थ्य चिकित्सा के अलावा शिक्षा और रोजगार की सुविधा उपलब्ध करा सकूं। इसी क्रम में पदमश्री श्रीधर बेम्बु का कार्यक्रम अपने इलाके में लगवाया। ताकि अपने इलाके के लोगों को पदमश्री श्रीधर बेम्बु जी का लाभ दिला सकूं।
इस अवसर पर प्रबंधक ई. विनय तिवारी, विद्यालय के संचालक एसडी पांडेय, खंड विकास अधिकारी हनुमानगंज, भाजपा नेता वशिष्ठ दत्त पांडेय, प्रधानाचार्य डा. शगुन श्रीवास्तव सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में समाजसेवा का कार्य करने वाली महिला कार्यकर्ताओं को भी मंच से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार और संचालन प्रधानाचार्य डा. शगुन श्रीवास्तव ने किया।